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NCP नेता जितेंद्र आव्हाड पुलिस हिरासत में ‘भगवान राम’ पर दिया विवादित बयान

Police Case against Jitendra Awhad: NCP-शरद पवार गुट के नेता, डॉ.जितेंद्र अवहाद ने कल महाराष्ट्र के शिरडी में एक कार्यक्रम में कहा, “भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे। 14 साल तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी खोजने के लिए कहां जाएगा।”

क्या यह सही है या नहीं (जनता से प्रश्न)?…”

“भगवान राम बहुजनों के राजा थे और मांसाहारी थे” ?

विपक्षी राकांपा विधायक जितेंद्र अव्हाड के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है

रामभद्राचार्य ने दिया करारा जवाब जितेंद्र अव्हाड के बयान पर

रामभद्राचार्य ने कहा की जितेंद्र अव्हाड का बयान शरारत पूर्ण है, क्योंकि भगवान राम शाकाहारी थे सुंदरकांड के 36 वे सरक 41वे श्लोक में लिखा है की रघुकुल का कोई भी व्यक्ति मांस खाता ही नही और उतरता जो उत्तरकांड का प्रमाण दिया हे उन्होंने वो उत्तरकांड तो परशिप है वाल्मीकि रामायण का, उसे तो प्रमाण ही नही माना जाता और वनवास में वह जो शिकार करके खाना पड़ता था ऐसा कुछ नही है वन में कंदमूल फल होता ही था।

भगवान राम कंदमूल फल खाते ही थे इसलिए वाल्मीकि रामायण के अयोध्या काण्ड में 20वे सरक के 29वे श्लोक में भगवान राम प्रतिज्ञा करते है की में 14 वर्ष परियांत कांडमूल फल से अपनी जीविका चलाते हुए मुनियों की भाती (आमसान)बिना नमक का भोजन,राजकीय भोजन को छोड़ कर 14वर्ष वन में निवास करूंगा।

Jitendra Awhad पे हुआ पुलिस केस फाइल

जितेंद्र अवहद ने धार्मिक लोगो की आस्ता और उनके धर्म पर गंभीर आरोप और लांछन लगाए उनके पुणे वाले बयान में जिसके चलते पुणे सहर के BJP अध्यक्ष Dhiraj Ghate ने FIR दर्ज की अपने सहर में। Indian Penal Code section 295(A) तहत

जितेंद्र अवहद ने फिर नय बयान में सभी से माफ़ी मागी और कहा “ में समा चाहता हूँ अगर किसी की धार्मिक भाव को हानि पोछी हो तो, और भगवान राम के प्रति अपने सभ्द वापस लेता हूँ”।

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